Poem of love


चलो वक्त को थोडा पिच्छे ले ले,
चलते कदम वापस ले ले,

बातों वाली रातें,
सोने वाले दिन,
जगने वाली बातें
बेचैनी वाले पल

चलो वक्त मे जा कर हम खुद को ले ले,
मिल जाये तु , तो वो भी साथ ले ले,

छुट सा रहा है,
भुल सा गया है,
रहैने को तो बस,
अब याद
कुछ ना रहा है,

चलो वक्त मे जा कर हम कुछ यादें ले ले,
चलते हुएे वक्त मे उनको भी ले ले।





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nadeer10